पिता के जिंदगी भर की संघर्ष की एक कहानी जिसे आपको जरूर पढ़ना चाहिए।
हेलो दोस्तों कैसे हो आप सब मेरा नाम है समीर और आप पढ़ना शुरू कर चुके हो मेरी कहानी-samstorieshindi

पिता का संघर्ष।

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पिता का संघर्ष।

एक पिता कैसे जिंदगी भर अपने बच्चे की जिंदगी को अच्छा बनाने के लिए संघर्ष करता है। इस कहानी को पढ़ने के बाद आप समझ जाएंगे कैसे आपके पिता आपके लिए दुनिया से लड़ कर आपके आगे बढ़ने के लिए जिंदगी भर मेहनत करते हैं।

पिता का संघर्ष- एक समय की बात है। एक लड़के ने अपने पिता से कहा की पापा मुझे एक नया मोबाइल चाहिए। पिता गरीब थे उनके पास इतने पैसे नहीं थे की अपने बच्चे को नया मोबाइल दिला सके। फिर भी पिता ने कहा बेटा अभी कुछ समय रुक जा फिर तुझे मैं नया मोबाइल दिला दूंगा।

यह सुनकर बेटे ने कहा- आपके पास मेरे लिए कभी भी पैसे नहीं होते हैं। मेरे सभी दोस्त बहुत अच्छे से रहते हैं। किसी के पास किसी चीज के भी कमी नहीं है। मेरे दोस्त के माता पिता अपने बच्चों को वह सब कुछ दिलाते हैं जो वह चाहते हैं।
लेकिन आप ऐसे नहीं हो आप मुझे कुछ नहीं  दिलाते हो। मेरे पास हर चीजों की कमी होती है।

उस लड़के ने यह तक कह दिया की पापा बच्चे पैदा करना बेहद आसान है लेकिन उन्हें पाना बेहद मुश्किल।
जब आप मेरी जरूरत पूरी ही नहीं कर सकते तो क्या मतलब है इस घर में रुकने का मैं घर छोड़कर जा रहा हूं।
यह सुनकर माता और पिता दोनों को बहुत दुख हुआ। दोनों ने अपने बेटे को रोकने और समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन उसने उनकी बिल्कुल नहीं सुनी और गुस्से में अपना बैग पैक किया और घर से निकल पड़ा।
घर से निकलते वक्त गलती से उसने अपने पिता की डायरी को अपने बैंग में डाल लिया।

पिता की एक आदत थी। कि वह हमेशा डायरी में कुछ ना कुछ लिखा करते थे। और उनकी डायरी को छूने की परमिशन किसी को भी नहीं थी।
जब लड़का घर से काफी दूर आ गया और थक कर एक पेड़ के नीचे बैठ गया। और जब उसने अपने पिता की डायरी देखी तो उसने सोचा आखिर मिल ही गया खजाना, आज पता चल ही जाएगा मेरे पिता में कहां पर अपनी सारी दौलत छुपा कर रखी है और किन-किन लोगों से पैसे लेने हैं।

उन्हें किन किन लोगों से पैसे लेने हैं। इसका सारा का सारा लेखा-जोखा मिल ही जाएगा। लड़के ने कहा।
लड़के को लगा कि इस डायरी में पिता के सारे लेन-देन का हिसाब होगा।

लेकिन जैसे ही लड़के ने उस डायरी को पढ़ना शुरू किया उसके आंखों में से आंसू निकलने लगे।
डायरी के शुरुआती पन्नों में बेटे को जो बाइक दिलाई थी उसका हिसाब लिखा था। उस बाइक की EMI पिता अभी तक चुका रहे थे।

दूसरे पन्नी में बेटे के कॉलेज की फीस और एडमिशन का कर्ज लिखा था।
जिन जिन लोगों से पिताजी ने पैसे उधार लिए थे। और इन इन लोगों को इतने पैसे वापस देने हैं। यह सब दूसरे पन्ने में लिखा था।
और सबसे आखिरी पन्ने में लिखा था कि बेटे को अब एक नया मोबाइल दिलाना है।
उसके लिए मुझे कौन कर्ज दे सकता है। उन उन लोगों के नाम लिखे हुए थे।

बेटे ने जैसे ही यह सब पढ़ा तो वह रोने लगा और रोते-रोते दौड़ता हुआ घर की तरफ निकल पड़ा।
जैसे ही वह घर पहुंचा उसने देखा कि उसे माता पिता एक कमरे के कोने में बैठे रो रहे हैं।
बेटा अपने पिता के पास गया और अपने पिता के पैरों में गिर कर रोने लगा।
और कहने लगा कि पिताजी मुझे माफ कर दो।
पिता ने कहा बेटा तू रो मत तुझे मोबाइल मिल जाएगा।
यह सुनकर बेटे ने कहा पापा  अब मुझे कुछ नहीं चाहिए मुझे पता चल चुका है कि आप इस डायरी में हम लोगों से क्या छुपाते थे। मैं अब आपको कोई काम नहीं करने दूंगा। मैं खुद मेहनत करके सब कुछ ठीक कर दूंगा।
यह सुनकर पिताजी बेटे को गले लगा लेते हैं।

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हमें इस कहानी से यह सीखने को मिलता है कि मां बाप अपना पूरा जीवन, अपनी पूरी खुशी आपके लिए कुर्बान कर देते हैं। लेकिन अपने लिए किसी त्यौहार पर नए कपड़े भी नहीं खरीदे हैं।
लेकिन कुछ बच्चों को लगता है कि मां बाप ने हमारे लिए कुछ नहीं किया है।

मां-बाप कभी भी आपको अपनी समस्या नहीं बताते भले ही वे कितनी भी बड़ी समस्या से गुजर रहे हो। लेकिन आपको उस समस्या के अंदर घुसने नहीं देते। वे खुद ही उस समस्या का समाधान करते हैं और आपके लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर देते हैं।

रिश्तेदार भी उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं लेकिन वह सह लेते हैं।
लोग भी ताने मारते हैं लेकिन वह सह लेते हैं।
लेकिन आपसे अपनी समस्या कभी नहीं बताते क्योंकि आपके माता-पिता आपको कभी भी टेंशन  मैं नहीं देखना चाहते है।

अब आपका भी यह फर्ज बनता है कि मां-बाप को अच्छी तरह रखना और उन्हें सारे सुख देना। ताकि वह भी अपने जीवन का बचा हुआ समय सुख से गुजार सकें।

यदि आप नींद में सोए हुए हो तो अब जाग जाइए और अपने और अपने माता पिता के सपनों की तरह चलना शुरू कीजिए।
क्योंकि अगर आप अपने मां-बाप के रहते कुछ नहीं कर पाए तो बाद में भी आप कुछ कर भी नहीं पाओगे।
और सोते सोते ही अपनी जिंदगी गुजार दोगे।

अपने जीवन में कुछ बेहतर कर लीजिए ताकि आपके माता-पिता को उम्र होने के बाद भी काम ना करने पड़े।
अगर आप कुछ अच्छा करोगे तभी आपके माता पिता अच्छे से सुखी जीवन जी पाएंगे।

अगर आप अपने जीवन में अपने और अपने माता-पिता के लिए कुछ कर लेते हो तो आपको अपने आप पर गर्व होगा कि हां मैंने ये कर दिखाया।

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धन्यवाद....!
Written by Sameer Ansari
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