गर्भवती हथनी की कहानी।

Pregnant elephant sad story,pregnant elephant Hindi story,Elephant story in hindi
Elephant Sad Story

एक समय की बात है। एक घना जंगल था। जिसमें बहुत से जानवर रहते थे। जिसमें एक हथिनी भी रहती थी जो गर्भवती थी गर्भवती हथनी बहुत खुश थी। क्योंकि उसका बच्चा कुछ दिनों में आने वाला था।

1 दिन की बात है। हथिनी कहीं जा रही थी। जाते-जाते बहुत थक गई। इसलिए उसने आराम करने का सोचा वह एक जगह पर पेड़ के नीचे बैठकर आराम करने लगी।

वह मन ही मन उसके पेट में पल रहे अपने बच्चे से बात कर रही थी। और बोल रही थी कि बेटा बाहर की दुनिया बहुत अच्छी है तुम इस दुनिया में आओगे तो तुम्हें बहुत अच्छा लगेगा। यहां पर रहने वाले लोग बहुत दयालु हैं। जो हमारी बहुत मदद करते हैं।

कुछ देर बाद हथिनी थक कर सो गई। जब वह उठी तो उसे भूख लग रही थी। इसलिए वह भोजन की तलाश करने लगी लेकिन जंगल में उसे भोजन कहीं नहीं मिला। इसलिए भोजन की तलाश में वह गांव की तरफ निकल पड़ी

हथनी को आशा थी कि गांव में उसे भोजन जरूर मिलेगा क्योंकि उसे लगता था कि इंसान बहुत अच्छे होते हैं।

वह हथिनी जब गांव में पहुंची तो वह भोजन की तलाश कर भोजन की तलाश करते करते हैं।वह एक जगह पर पहुंची जहां पर उसे कुछ अनानास पढ़े हुए मिले।

हथिनी बहुत भूखी थी इसलिए उसने बिना सोचे समझे अनानास को एक ही बार में खा गई अचानक से उसके मुंह में एक ब्लास्ट हुआ जिससे उसके मुंह में से खून आने लगे उसका मुंह जल गया था। और उसका जबड़ा टूट गमि

हथिनी को बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था
हथिनी सोचने लगी कि उसने इंसानों पर भरोसा करके बहुत बड़ी गलती कर दी है वह तेजी से गांव से निकलकर जंगल की तरफ भागने लगी भागते भागते हैं 

एक तालाब तक पहुंची और उस तालाब में जाकर अपना मुंह उसके पानी में डाल लेती है जिससे उसे थोड़ी बहुत राहत मिलती हैं लेकिन उसका दर्द खत्म नहीं होता मैं मन ही मन अपने पेट में पल रहे बच्चे से बात करती है और कहती है कि शायद अब मैं तुम्हें नहीं बचा पाऊंगी और 2 दिन तक उसी पानी के अंदर अपना मुह दुबई रहती है।

 तीसरे दिन कुछ ना मिलने के कारण और इलाज न होने के कारण धीरे-धीरे वह कमजोर पड़ने लगती है और उसी दिन अंतिम सांस लेती है और इस दुनिया को अपने बच्चे के साथ अलविदा कहकर चली जाती है।

धन्यवाद...!
Also read this story