भाई भाई की लड़ाई।

 हर घरों में होती है ये लड़ाई। किस्मत वाले होते हैं वे लोग जिनके घरों में नहीं होती है ये लड़ाई।

 इस कहानी में हम चर्चा करेंगे कि भाई भाई में लड़ाई आखिर कार क्यूं होती है।

मैं अपने घर में सबसे छोटा हूं। और मेरा भाई सबसे बड़ा है। हमारे बीच में कभी ऐसी कोई लड़ाई नहीं हुईं। लड़ाई होगी ही क्यूं हम सब मिलकर रहते हैं।
 लेकिन जब शादी हो जाती है ना उसके बाद से ही ये सब झोलमाल शुरू होता है।
 बड़ा भाई अपने बारे में सोचने लगता है और छोटा भाई अपने बारे में। कोई भी मां बाप के बारे में नहीं सोचता।
अब छोटे मियां और बड़े मियां के बीच में उनकी मेहबूबा आ जाती है ना।
भाई भाई की लड़ाई कैसे होती है
भाई भाई की लड़ाई


 पर उनकी मेहबूबा झगड़ा करवाना तो नहीं चाहती हैं । लेकिन जब वह देखती है कि बड़ी वाली तो सो रही है। तो छोटी वाली सोचती है कि ये महारानी सो रही है तो मैं क्यूं करूं काम।
 अब मैं भी सोऊंगी।
 भाईयों को एक दूसरे से कोई दिक्कत नहीं होती लेकिन उसकी मैहबूबा को होती है।




 जब रात हो जाती है तो छोटी वाली अपने पति से कहती है "अब से हम यहां नहीं रहेंगे आपकी अम्मा तो सिर्फ हमसे ही काम करवाती है।"
 कहती है "वो महारानी सोए और हम काम करे ये कहां का न्याय हुआ।"
 यही सब कहकर अपने जोरू के कान भर देती है।
ओर उसका जोरू भी साला पूरा C ही होता है जो अपने मेहबूबा के बातों में आ जाता है।
 यही है बनती है चिंगारी ओर ये चिंगारी आग बनके निकलती है।

 अब क्या होता है "पति कहता है कि ठीक है जी हम कुछ करते हैं। ये सुनकर तो पत्नी एकदम खुश हो जाती है।
 अब उसका पति उसकी पैरों की जूती के समान है।
 अगली सुबह पैरों की जूती के समान उसका पति अपने माता-पिता से झगड़ने लगता है
 कहता है कि"मेरी वाली ही सारा काम करती है। भाभी को क्या हुआ है वो क्यूं  नहीं घर में हाथ बंटवा रहीं हैं।"
 अब "बंटवा" से  "बंटवारा"शुरू हो जाता है।
 सभी अपना अपना खाने-पकाने लगते हैं।
फिर मां बाप को लेकर लड़ाई शुरू कर देते हैं
छोटा कहता है कि तुम मां बाप को रखोगे।
बड़ा कहता है कि तू रखेगा।
 मां बाप को कोई नहीं रखना चाहता लेकिन संपति दोनों को चाहिए।
 अब बताओ किसकी गलती है मां बाप की जिन्होंने उनको बड़ा किया या उस चिंगारी की।
 अब कोई शहरों की तरफ निकल जाता है मां बाप को छोड़कर और जमीन बेचकर।।

 इस भाई भाई की लड़ाई में कोई किसी का नहीं हुआ। इस लड़ाई ने लगभग सब कुछ खत्म कर दिया।


       कड़वा है पर सच है 🙏🙏

Writeen by Sameer Ansari